अविरल-धारा
"कोयल अपनी भाषा बोलती है,
इसलिये आज़ाद रहती है।
किन्तु तोता दूसरे कि भाषा बोलता है,
इसलिये
पिंजरे में जीवन भर गुलाम रहता है।"
इसलिये आज़ाद रहती है।
किन्तु तोता दूसरे कि भाषा बोलता है,
इसलिये
पिंजरे में जीवन भर गुलाम रहता है।"
अपनी भाषा, अपने विचार और
"अपने आप" पर विश्वास करें..!
"अपने आप" पर विश्वास करें..!
'वृद्ध' अतीत में जीता है
इसलिए निराश रहता है।
'युवा' भविष्य में जीता है
इसलिए निराश रहता है।
'बच्चा'वर्तमान में जीता है
इसलिए सदैव प्रसन्न रहता ।
इसलिए निराश रहता है।
'युवा' भविष्य में जीता है
इसलिए निराश रहता है।
'बच्चा'वर्तमान में जीता है
इसलिए सदैव प्रसन्न रहता ।